लेखक:
प्रदीप जिलवाने
जन्म : 14 जून 1978; खरगोन ( म.प्र.) में। शिक्षा : एम.ए. हिन्दी साहित्य (विश्वविद्यालय की प्रावीण्य सूची में स्थान), अनुवाद विज्ञान व कम्प्यूटर अनुप्रयोग में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, पी-एच.डी. (बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल) से अध्ययनरत। प्रकाशित रचनाएँ : जहाँ भी हो जरा सी संभावना (2012) कविता संग्रह; आठवाँ रंग@पहाड़-गाथा (2014) उपन्यास; प्रार्थना समय (2019) कहानी संग्रह; सिनेमाई कबीर (2019) गीतकार शैलेन्द्र पर विमर्श और विचार। सम्मान : भारतीय ज्ञानपीठ का नवलेखन पुरस्कार 2011, म.प्र. हिन्दी साहित्य सम्मेलन का प्रतिष्ठित वागीश्वरी सम्मान 2012, राजस्थान पत्रिका का सृजनात्मक साहित्य पुरस्कार 2019, पाखी द्वारा 'जनप्रिय लेखक सम्मान' 2020। आठवाँ रंग@पहाड़-गाथा भी भारतीय ज्ञानपीठ के नवलेखन 2013 में अनुशंसित। दर्जनभर से अधिक साझा रचना संकलनों में रचनाएँ शामिल। कुछेक रचनाओं के विभिन्न भारतीय भाषाओं में अनुवाद प्रकाशित। स्वच्छ भारत अभियान के लिए 2016 में फिल्म का निर्माण एवं निर्देशन। स्थानीय और लोक प्रिय पत्रों में सांस्कृतिक एवं समसामयिक विषयों पर आलेख प्रकाशित। सम्प्रति : म.प्र. ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण में कार्यरत। सम्पर्क : 9755980001 |
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काकड़ किस्साप्रदीप जिलवाने
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